अर्थागमो नित्यमरोगिता च प्रिया च भार्या प्रियवादिनी च श्लोक का अर्थ
*अर्थागमो नित्यमरोगिता च*
*प्रिया च भार्या प्रियवादिनी च।*
*वश्यश्च पुत्रोऽर्थकरी च विद्या*
*षट् जीवलोकस्य सुखानि राजन्॥*
अर्थात - धन का आगम, स्वस्थ जीवन, अनुकूल पत्नी, प्रियभाषिणी भार्या, आज्ञाकारी पुत्र तथा धनार्जन करने वाली विद्या का ज्ञान ये छह बातें संसार में सुख प्रदान करती हैं।
*🙏💐🌻मङ्गलं सुप्रभातम्🌻💐🙏*
Comments
Post a Comment