अनाथस्य जगन्नाथ: नाथस्त्वं मे न संशयः रथयात्रा की मंगलकामनाएं
अनाथस्य जगन्नाथ: नाथस्त्वं मे न संशयः ।
यस्य नाथो जगन्नाथ: तस्य दुःखं कथं प्रभो ॥
अर्थात जिनका इस दुनिया में कोई नहीं, जगन्नाथ भगवान उनके स्वामी है। इसमें कोई शंका नहीं और जिनके स्वामी जगन्नाथ हैं, उनको जीवन मे क्या दुःख हो सकता है? कुछ भी नहीं ।
#रथयात्रा2021 की शुभकामनाएँ
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